हरियाणा विधानसभा में शुक्रवार को केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के समर्थन में धन्यवाद प्रस्ताव को लेकर हंगामा हुआ। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने विधान सभा में धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। जबकि विपक्षी दल कांग्रेस ने चर्चा से पहले प्रस्ताव पर मतदान करने पर जोर दिया। लेकिन खट्टर सरकार वोटिंग से पहले चर्चा करने पर अड़ी रही।
पक्ष विपक्ष की इस बहस के चलते कई बार सदन की कार्यवाही बाधित हुई। हालांकि, हंगामे और कांग्रेस के वॉकआउट के बावजूद समर्थन के साथ धन्यवाद प्रस्ताव को पारित करा लिया गया।
इससे पहले विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि ‘केंद्र सरकार के कृषि कानून किसानों के हित में नहीं हैं। इन कानूनों में कहीं भी एमएसपी का जिक्र नहीं है।‘ उन्होंने कहा कि ‘यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि किसनों की फसल एमएसपी से कम कीमत पर नहीं बिकेगी।’ उन्होंने सरकार से एमएसपी के लिए चौथा कानून बनाने की भी मांग की।
हालांकि, बीजेपी विधायक और हरियाणा के संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल ने कांग्रेस विधायक से पूछा कि वे चर्चा से क्यों भाग रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘आपके पास चर्चा के लिए कोई तर्क नहीं है।’
कंवर पाल ने कहा कि विधान सभा के नियम 184 में स्पष्ट प्रावधान है कि किसी प्रस्ताव पर चर्चा के बिना मतदान नहीं हो सकता और विपक्षी विधायक जानबूझकर कार्यवाही बाधित कर रहे हैं।
पक्ष और विपक्ष के हंगामें के बीच दो बार सदन को स्थगित करना पड़ा। इस बीच स्पीकर ने कुछ कांग्रेस विधायकों को सदन से बाहर कर दिया। बाहर किए जाने के बाद कांग्रेस विधायकों ने सदन के बाहर प्रदर्शन किया।