प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन को लेकर बगैर नाम लिए विपक्ष पर निशाना साधा। उत्तराखंड में विकास परियोजनाओं के उद्घाटन के मौके पर उन्होंने कहा, ‘देश की किसानों, श्रमिकों और देश के स्वास्थ्य से जुड़े बड़े सुधार किए गए हैं। इन सुधारों से देश का श्रमिक सशक्त होगा, देश का नौजवान सशक्त होगा, देश की महिलाएं सशक्त होंगी, देश का किसान सशक्त होगा। लेकिन आज देश देख रहा है कि कैसे कुछ लोग सिर्फ विरोध के लिए विरोध कर रहे हैं।’
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, ‘आज जब केंद्र सरकार, किसानों को उनके अधिकार दे रही है, तो भी ये लोग विरोध पर उतर आए हैं। ये लोग चाहते हैं कि देश का किसान खुले बाजार में अपनी उपज नहीं बेच पाए। जिन सामानों की, उपकरणों की किसान पूजा करता है, उन्हें आग लगाकर ये लोग अब किसानों को अपमानित कर रहे हैं।’
उन्होंने कहा कि कैसे डिजिटल भारत अभियान और जनधन बैंक खातों ने लोगों की कितनी मदद की, जब यही काम हमारी सरकार ने शुरू किए तो ये लोग इनका विरोध कर रहे थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘मशीनों और उपकरणों को जलाना किसानों का अपमान है जो उनकी पूजा करते हैं। वर्षों तक वे कहते रहे कि एमएसपी को लागू करेंगे, लेकिन नहीं किया। यह काम स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के हिसाब से हमारी सरकार ने किया है।’
28 सितंबर को केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इंडिया गेट पर ट्रैक्टर जला कर प्रदर्शन किया था। तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में किसानों विरोध कर रहे हैं। हरियाणा और पंजाब में सबसे तीखा विरोध सामने आया है।