हरियाणा के सिरसा में बेमियादी धरना दे रहे किसानों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इसमें स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव भी शामिल हैं, जिन्होंने एक ट्वीट के जरिए इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा, ‘पंजाब से जो चिंगारी चली है वो अब निश्चित हरियाणा पहुंच गई है। कल हजारों किसानों ने दुष्यंत चौटाला के घर की तरफ मार्च किया, सिर्फ यह कहते हुए कि कुर्सी या किसान, तुम दोनों में एक को चुन लो, पक्के मोर्चे का ऐलान किया। पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर चौक पर रोक दिया। किसानों ने कहा कि हम हिंसा नहीं करेंगे, और वहीं पर धरने पर बैठ गए। रात भर वहीं बैठे रहे, मैं भी किसानों के साथ था।’ योगेंद्र यादव ने आगे कहा, ‘आज सुबह पुलिस ने हमला करके धरना तोड़ दिया और हमें हिरासत में ले लिया…हमारा संदेश और हमारा संकल्प स्पष्ट है कि ये पक्के मोर्चे का ऐलान है, मोर्चा चलता रहेगा, सिरसा और हरियाणा के बाकी किसानों से अपील है कि आप भी उसी चौक पर आओ, वहीं पर धरना जारी रखो…जिसे कहते हैं- दम है कितना दमन में तेरे, देख लिया है देखेंगे, जगह है कितनी जेल में तेरे देख लिया है देखेंगे।’
एक दूसरे ट्ववीट में योगेंद्र यादव ने बताया कि उनके साथ लगभग 100 किसानों को हिरासत में लिया गया है। सभी को सिरसा के सदर थाने में लाया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार किसानों के सवालों से परेशान है और असहमतियों को दबाने के लिए क्रूरतापूर्ण तरीकों का सहारा ले रही है।
दरअसल, केंद्र के तीनों कृषि कानूनों को लेकर हरियाणा में किसान उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इसको लेकर मंगलवार को सिरसा के दशहरा मैदान में बड़ा धरना भी दिया था। इसके बाद किसान दुष्यंत चौटाला के घर का घेराव करने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने रास्ते में उन्हें रोक लिया। किसानों ने जब आगे बढ़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उन पर वॉटर कैनन और आंसू गैस के गोलों को इस्तेमाल किया। इससे नाराज किसानों ने भुम्मणशाह चौक पर ही बेमियादी धरना शुरू कर दिया है। मंगलवार को हरियाणा के 17 किसान संगठन शामिल थे।
वहीं दुष्यंत चौटाला किसानों के प्रदर्शन से पहले चंडीगढ़ रवाना हो गए। जहां से उन्होंने खुद के कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी दी।