हरियाणा के सिरसा में हिरासत में लिए गए किसानों को आखिरकार पुलिस ने करीब 9 घंटे बाद बिना शर्त रिहा कर दिया है। सिरसा में हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के इस्तीफे की मांग के साथ प्रदर्शन कर रहे करीब 100 किसानों को पुलिस ने बुधवार सुबह हिरासत में लिया था। पुलिस की कार्रवाई से नाराज किसानों ने हरियाणा के कुछ और हिस्सों में चक्का जाम किया। जिसके बाद पुलिस ने स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव समेत सभी किसान नेताओं और किसानों को रिहा कर दिया।
योगेंद्र यादव ने हिंद किसान से फोन पर पर बात करते हुए बताया कि, ‘पुलिस कुछ किसान नेताओं पर मामला दर्ज कर बाकी किसानों को रिहा करना चाहती थी। लेकिन थाना परिसर में किसानों के विरोध और हरियाणा के अलग-अलग हिस्सों में किसानों के गुस्से के बाद पुलिस को हिरासत में लिए गए सभी लोगों को रिहा करना पड़ा।’ उन्होंने कहा कि, ‘जब तक दुष्यंत चौटाला इस्तीफा नहीं देंंगे, तब तक किसानों का धरना सिरसा में जारी रहेगा।’
हिंद किसान को मिली जानकारी के मुताबिक स्थानीय प्रशासन ने अब किसानों को प्रदर्शन करने के लिए अलग जगह दे दी है। ये जगह डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आवास के नजदीक है। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान दुष्यंत चौटाला से नाराज हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। किसानों ने मंगलवार को सिरसा के दशहरा मैदान से अपना प्रदर्शन शुरू किया था। जिसके बाद शाम को किसान दुष्यंत चौटाला के आवास का घेराव करने के लिए बढ़े। इस दौरान पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए वॉटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल भी किया। लेकिन किसानों ने जगह नहीं छोड़ी और दुष्यंत चौटाला के आवास के पास धरने पर बैठ गए। बुधवार सुबह हरियाणा पुलिस ने धरना खत्म कराने के लिए योगेंद्र यादव समेत करीब 100 किसानों को हिरासत में लिया।
रिहा होने के बाद योगेंद्र यादव ने कहा कि यह आंदोलन की शुरुआत है। पंजाब से जो चिंगारी निकली है अब उसकी आग हरियाणा तक आ गई है।