केंद्र के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और हरियाणा में लगातार धरना-प्रदर्शन जारी है। इस बीच कांगेस ने इन कृषि कानूनों के विरोध में 2 अक्टूबर से किसान यात्रा शुरू करने का ऐलान किया है। पंजाब और हरियाणा में किसान यात्रा में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोक सभा सांसद राहुल गांधी भी शामिल होंगे। हरियाणा प्रदेश कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने बताया कि अगले दो से तीन दिन में राहुल गांधी कैथल या कुरुक्षेत्र के पेहवा इलाके से किसान यात्रा में शामिल हो सकते हैं। राहुल गांधी इन कृषि कानूनों का लगातार विरोध कर हैं। उनका दावा है कि केंद्र के तीनों कृषि कानून किसान विरोधी, ईस्ट इंडिया कंपनी की वापसी और किसानों के सीने पर वार करने वाले हैं।
वहीं, राहुल गांधी के हरियाणा दौरे पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ट्रैक्टर यात्रा के जरिए राजनीति कर रहे हैं, यदि हमारे सूबे में घुसने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें यहां घुसने नहीं देंगे। अनिल विज ने कहा कि इससे पहले भी सरकार ने कांग्रेस के दो प्रदर्शनों को पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर ही रोक दिया था। मंत्री अनिल विज ने यह भी दावा किया कि कृषि कानूनों पर किसान बीजेपी के साथ हैं, उन्हें पता चल गया है कि तीनों कृषि कानूनों से उन्हें अपनी फसल कहीं भी बेचने की आजादी मिली है।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के इस दावे के उलट प्रदेश के किसान लगातार तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। 25 सितंबर को भारत बंद का भी पूरे प्रदेश में असर दिखा था। इस बीच राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के बैनर तले हुई महापंचायत में किसानों ने बरोदा सीट पर उपचुनाव में बीजेपी नेताओं का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। दरअसल, 54 गावों की इस महापंचायत में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं को बुलाया गया था, ताकि किसान उनसे सीधे सवाल पूछ सकें। लेकिन इसमें बीजेपी का कोई नेता या प्रतिनिधि शामिल नहीं हुआ, इससे नाराज किसानों ने अब इनका बहिष्कार करने का ऐलान कर दिया है।