उत्तर प्रदेश सरकार के 31 अक्टूबर तक कोल्ड स्टोरेज खाली करने के फैसले से आलू किसान खासे नाराज हैं। आगरा जिले में किसानों और कोल्ड स्टोरेज संचालकों ने जिलाधिकारी आवास पर बैठक की और सरकार से कोल्ड स्टोरेज में आलू रखने की सीमा 30 नवंबर तक किए जाने की मांग की।
किसानों का कहना है कि फिलहाल आलू समेत रबी फसलों की बुआई का वक्त चल रहा है। हमें आलू के बीज की जरूरत पड़ती है, साथ ही हम लोग बुआई में लगे हैं ऐसे में अगर कोल्ड स्टोरेज से आलू निकाल दिए तो हम कहां ले जाएंगे। हमें मजबूरन कम कीमत पर व्यापारियों को आलू बेचना पड़ेगा।
भारतीय किसान संघ के प्रान्त अध्यक्ष मोहन सिंह चाहर ने कहा कि ‘अछनेरा मंडी में एक अक्टूबर से धान खरीद केंद्र बने हैं लेकिन एक दाना भी नहीं खरीदा गया। किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य से बेहद कम कीमत पर फसल बेचने को मजबूर हैं। बाजरा, दलहन की फसलों के लिए तो खरीद केंद्र खुले तक नहीं। उस पर सरकार का आलू के कोल्ड स्टोरेज खाली करने का फैसला किसानों के लिए बड़ी समस्या है।’ उन्होंने आलू भंडारण की अवधि 30 नवंबर तक किए जाने की मांग की।

किसान नेताओं ने कहा कि अगर प्रशासन किसानों पर 31 अक्टूबर तक आलू निकासी का दबाव बनाता है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। हालांकि प्रशासन ने किसानों की समस्याओं पर विचार कर जल्द ही यह समस्या दूर करने का भरोसा दिलाया।