किसान आंदोलन के बीच हरियाणा में बाजरा किसानों को तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है। कहीं खरीद में देरी तो कहीं मंडी में अव्यवस्था से किसान परेशान हैं। हरियाणा सरकार ने अब बाजरा खरीद के लिए टोकन बढ़ाने का निर्देश दिया है। इससे पहले कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने राज्य की कई मंडियों का दौरा कर बाजरा किसानों की मुश्किलों से संबंधित एक रिपोर्ट हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल को सौंपी थी। जिसमें किसानों के सामने आ रही परेशानियों और उनके समाधान का जिक्र था।

खट्टर सरकार के बाजरा खरीद के लिए टोकन बढ़ाने के निर्देश पर योगेंद्र यादव ने कहा, ‘ये दक्षिण हरियाणा के किसानों के लिए खुशखबरी है। हमने 7 जिलों की 12 मंडियों का दौरा कर रिपोर्ट बनाकर कृषि मंत्री जेपी दलाल को सौंपी थी। हमारी मांग को सरकार ने माना और ये भी माना कि खरीद के लिए टोकन कम थे जो अब कम से कम तीन गुना बढ़ाने की बात सरकार ने कही है।’
योगेंद्र यादव ने कहा कि हालांकि अभी भी किसानों के सामने खरीद की लिमिट, खरीद का वक्त और भुगतान जैसी कई समस्याएं हैं लेकिन यह बात तय है कि किसान एकजुट होकर अपनी ताकत दिखाए तो सरकार को उनकी बात माननी ही होगी। बाजरा खरीद को लेकर रेवाड़ी में मंडी के बाहर किसान कई दिनों से प्रदर्शन भी कर रहे हैं। ये किसान खट्टर सरकार से फसल खरीद में तेजी लाने और जल्द भुगतान की मांग कर रहे हैं।

हरियाणा में बाजरा का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2 हजार 150 रुपये प्रति क्विंटल है। खट्टर सरकार ने किसानों से एक- एक दाना खरीदने का वादा भी किया है।