हरियाणा के नारायणगढ़ में किसानों पर दर्ज मुकदमे वापस लेने के खिलाफ अब 29 अक्टूबर को अंबाला में होने वाली महापंचायत टाल दी गई है। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं के मुताबिक हरियाणा के आईजी से मुलाकात के बाद यह फैसला लिया गया है।
हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने हिंद किसान से फोन पर बातचीत में कहा, ‘हमने किसानों पर मुकदमे वापस लेने के लिए सरकार को 29 अक्टूबर तक का वक्त दिया था। लेकिन आईजी महोदय ने हमसे बातचीत में और वक्त मांगा है। आईजी ने कहा है कि इतनी जल्दी जांच पूरी नहीं हो सकती, जांच के लिए हमें एक महीने का वक्त दीजिए। हालांकि इस बीच किसी किसानों को गिरफ्तार न करने की बात भी उन्होंने कही है।‘
किसान नेताओं के मुताबिक मृतक किसान की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ जाने के बाद ही जांच का फैसला हो सकेगा इसीलिए 29 अक्टूबर को होने वाली महापंचायत को फिलहाल टाला जाता है और अब 10 दिसंबर को महापंचायत बुलाई जाएगी।
गुरनाम सिहं चढ़ूनी ने कहा कि उन्होंने हमसे एक महीने का वक्त मांगा और कहा कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती तब तक कोई गिरफ्तारी नहीं करेंगे। इसीलिए हमने 10 दिसंबर तक का वक्त दिया है अगर तब तक किसानों पर मुकदमे वापस नहीं हुए तो 10 दिसंबर को महापंचायत बुलाई जाएगी।
क्या है मामला
हरियाणा के अंबाला में कृषि कानून के समर्थन में बीजेपी की रैली को कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने रोक दिया था। इस दौरान बीजेपी की रैली में शामिल एक किसान की मौत हो गई थी। जिसके बाद पुलिस ने कानूनों का विरोध कर रहे कुछ किसानों पर मुकदमे दर्ज किए थे। कानूनों का विरोध कर रहे किसान इन मुकदमों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।