केंद्र सरकार और इसके मंत्री किसानों को कृषि कानूनों के फायदे समझा रहे हैं। लेकिन बीजेपी नेताओं पंजाब और हरियाणा में किसानों का विरोध झेलना पड़ रहा है। शुक्रवार को अमृतसर में रेल रोको आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग को किसानों के तीखे विरोध का सामना करना पड़ा। तरुण जुग किसानों को यह यकीन दिलाने पुहंचे थे कि वह उनके साथ हैं। लेकिन किसानों ने उनकी बात नहीं सुनी और उनका घेराव करके विरोध शुरू कर दिया। किसानों की नाराजगी देखते हुए पुलिस तरुण चुग को अपनी गाड़ी में बिठाकर दूसरी जगह ले गई।
इससे पहले हरियाणा के सिरसा में बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल को किसानों ने ओढ़ा गांव जाने से रोक दिया। इससे पहले गुरुवार को यमुनानगर में बीजेपी सांसद नायब सिंह सैनी और पूर्व राज्यमंत्री कर्णदेव कंबोज को किसानों ने काले झंडे दिखाए। यहां किसान कृषि कानूनों और पीपली में पुलिस लाठीचार्ज से खासे नाराज बताए जा रहे हैं। किसान धान की खरीद न होने से भी नाराज हैं। इससे पहले कृषि मंत्री जेपी दलाल को बरोदा के मुंडलाना गांव में किसानों और पीटीआई टीचर्स के विरोध का सामना करना पड़ा था।
इस बीच कांग्रेस ने भी कृषि कानूनों के विरोध में सड़क पर उतरने का ऐलान किया है। शुक्रवार को कैथेल में कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि काले कानून को लेकर आज किसान सड़कों पर हैं, किसानों की हक के लिये आज कांग्रेस भी किसान मजदूर दिवस बना रही है। उन्होंने आगे कहा, ‘आज हरियाणा में किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा हा है। जिनका खरीदा जा रहा है, उन्हें भी न्यूतम समर्थन मूल्य से कम दाम दिया जा रहा है। दुष्यंत चौटाला का कहना था कि अगर किसानों का धान एमएसपी पर नही खरीदा गया तो वो अपने उपमुख्यमंन्त्री पद से इस्तीफा दे देंगे। आज मुख्यमंन्त्री और उपमुख्यमंत्री दोनों को ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की हरियाणा में प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली पर प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज के बयान के बारे में रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ऐसा करना तुच्छ कार्रवाई होगी, हम गांधीवादी तरीके से आवाज उठाएंगे और गिरफ्तारी भी देंगे। अनिल विज ने कहा था कि राहुल गांधी को राज्य में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा।