कृषि कानूनों के खिलाफ देश भर में किसानों के साथ कांग्रेस समेत विपक्षी दल सड़कों पर उतर आए हैं. संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष किसानों के साथ खड़े होने के दावे कर रहे हैं. दिल्ली समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे. दिल्ली में कांग्रेस कार्यकर्ता #KisaanMazdoorNYAYMarch निकालने के लिए राजघाट पर जमा हुए. उन्होंने राजघाट से राज भवन तक मार्च करने का ऐलान किया था. लेकिन दिल्ली पुलिस ने मार्च नहीं होने दिया. राजघाट पर ही पुलिस ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिए जाने के बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि, ‘आजाद भारत में किसान-मजदूरों के खिलाफ ऐसा उत्पीड़न कभी नहीं देखा. हम एलजी को ज्ञापन सौंपने जा रहे थे लेकिन हमें जाने नहीं दिया गया. बीजेपी का चरित्र अब सामने है.’ उन्होंने कहा कि, ‘पीएम मोदी न किसानों के लिए हैं, न मजदूरों के लिए वे बस चंद उद्योगपति के लिए हैं. लेकिन कांग्रेस पार्टी आखिरी सांस तक किसानों मजदूरों की लड़ाई लड़ेगी.’
वहीं, किसान मजदूर न्याय मार्च न करने देने पर कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि, ‘किसान के ऊपर जुल्म हो रहा है, लाठियां बरसाई जा रही हैं. लोकतांत्रिक विरोध के अधिकार की हत्या की जा रही है.’ इससे पहले सोमवार सुबह इंडिया गेट पर यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ट्रैक्टर में आग लगाकर विरोध किया और कृषि कानून वापस लेने की मांग की.
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दिल्ली के साथ-साथ सभी राज्यों में कांग्रेस सड़कों पर प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस के साथ अन्य विपक्षी दल भी किसानों के समर्थन और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं.