कृषि कानूनों के विरोध में विपक्षी दल कांग्रेस लगातार आंदोलन कर रही है। शुक्रवार को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर जारी संदेश में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया। अपने वीडियो संदेश में उन्होंने कहा, ‘आज देश का किसान और खेत मजदूर कृषि विरोधी तीन काले कानून के खिलाफ सड़कों पर आंदोलन कर रहा है। अपना खून पसीना देकर देश के लिए अनाज उगाने वाले अन्नदाता किसानों को मोदी सरकार खून के आंसू रुला रही है।’
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने केंद्र सरकार पर कृषि कानूनों को बनाने से पहले किसानों से राय न लेने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘आज देश के प्रधानमंत्री हमारे अन्नदाता किसानों पर घोर अन्याय कर रहे हैं। उनके साथ नाइंसाफी कर रहे हैं, जो किसानों के लिए कानून बनाए गए, उनके बारे में उनसे सलाह मशविरा तक नहीं किया गया। बात तक नहीं की गई, उनके हितों को नजरअंदाज करके सिर्फ चंद दोस्तों से बात करके किसान विरोधी तीन काले कानून बना दिए।’
मंडी में काम करने वाले मजदूरों का सवाल उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा,’किसानों के साथ खेत-मजदूरों और बटाईदारों का भविष्य जुड़ा है। अनाज मंडियों में काम करने वाले छोटे दुकानदारों और मंडी मजदूरों का क्या होगा? उनके अधिकारों की रक्षा कौन करेगा? क्या मोदी सरकार ने इस बारे में सोचा है?’
कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और लोक सभा सांसद राहुल गांधी ने पंजाब और हरियाणा में 4 अक्टूबर से ट्रैक्टर रैली में शामिल होने का ऐलान किया है। हालांकि राहुल गांधी के हरियाणा दौरे पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ट्रैक्टर यात्रा के जरिए राजनीति कर रहे हैं, यदि हमारे सूबे में घुसने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें यहां घुसने नहीं देंगे।